ना किसी से प्रेम ना किसी से बैर-पहेली
Riddle
ना किसी से प्रेम ना किसी से बैर, फिर भी लोग लेते मेरी रोज खैर, सबके गानों की रौनक है बढ़ती, फिर भी मुझ पर थप्पड़ पड़ती।
उत्तर – ढोलक।
ना किसी से प्रेम ना किसी से बैर, फिर भी लोग लेते मेरी रोज खैर, सबके गानों की रौनक है बढ़ती, फिर भी मुझ पर थप्पड़ पड़ती।
उत्तर – ढोलक।